Nasri ke siwa main to kuchh bhi nahi. Hindi masihi geet. Christian worship song. Lyrics in hindi sung by Amrit Dhariwal
नासरी के सिवा मैं तो कुछ भी नहीं
हो के उससे जुदा मैं तो कुछ भी नहीं
हो के उससे जुदा मैं तो कुछ भी नहीं
१. उसकी राहों पे चलता रहूँ उम्र भर
बीत जाए यूँ ही ज़िंदगी का सफ़र
फज़ल कर ऐ खुदा मैं तो कुछ भी नहीं
हो के उससे जुदा मैं तो कुछ भी नहीं ।
२. कतरा कतरा लहू उसका बहता रहा
हर ज़ुल्म को वो हँस कर सहता रहा
मेरी शिफ़ा के लिए वो तो कुचला गया
हो के उससे जुदा मैं तो कुछ भी नहीं ।
३. माफ़ करता हमारी वो हर इक खता
देता न वो हमारे गुनाह की सज़ा
है ये उसकी दया मैं तो कुछ भी नहीं
हो के उससे जुदा मैं तो कुछ भी नहीं ।
४. ख़ाक हूँ ख़ाक में लौटना है मुझे
ये बदन का वतन छोड़ना है मुझे
वो ठिकाना मेरा मैं तो कुछ भी नहीं
हो के उससे जुदा मैं तो कुछ भी नहीं ।
५. उसका रस्ता बड़ा छेद से तंग है
हर कदम पर मगर वो मेरे संग है
वो मेरा रहनुमा मैं तो कुछ भी नहीं
हो के उससे जुदा मैं तो कुछ भी नहीं ।
No comments:
Post a Comment